% iqbal08.s isongs output
\stitle{sitaaro.n se aage jahaa.N aur bhii hai.n}
\lyrics{Allama Iqbal}
\singers{Allama Iqbal}
सितारों से आगे जहाँ और भी हैं
अभी इश्क़ के इम्तिहाँ और भी हैं
ताही ज़िंदगी से नहीं ये फ़ज़ाएं
यहाँ सैकड़ों कारवाँ और भी हैं
कना'अत न कर आलम-ए-रंग-ओ-बु पर
चमन और भी, आशियाँ और भी हैं
अगर खो गया एक नशेमन तो क्या ग़म
मक़ामात-ए-आह-ओ-फ़ुगाँ और भी हैं
तू शहीं है पर्वाज़ है काम तेरा
तेरे सामने आस्माँ और भी हैं
इसी रोज़-ओ-शब में उलझ कर न रह जा
के तेरे ज़मीन-ओ-मकाँ और भी हैं
गए दिन की तन्हा था मैं अंजुमन में
यहाँ अब मेरे राज़दाँ और भी हैं