% jazbi02.s isongs output
\stitle{mile Gam se apane fursat to sunaauu.N vo fasaanaa}
\lyrics{Moen Ahsan Jazbi}
\singers{Moen Ahsan Jazbi}
मिले ग़म से अपने फ़ुर्सत तो सुनाऊँ वो फ़साना
कि टपक पड़े नज़र से मय-ए-इश्रत-ए-शबाना
%[may = wine; ishrat = happiness; shabaanaa = night]
यही ज़िंदगी मुसीबत यही ज़िंदगी मुसर्रत
यही ज़िंदगी हक़ीक़त यही ज़िंदगी फ़साना
%[musarrat = happiness]
कभी दर्द की तमन्ना कभी कोशिश-ए-मदावा
कभी बिजलियों की ख़्वाहिश कभी फ़िक़्र-ए-आशियाना
%[madaavaa = cure]
मेरे कहकहों के ज़द पर कभी गर्दिशें जहाँ की
मेरे आँसूओं की रौ में कभी तल्ख़ी-ए-ज़माना
%[zad = bound by;gardish = ill luck]
कभी मैं हूँ तुझसे नाला कभी मुझसे तू परेशाँ
कभी मैं तेरा हदफ़ हूँ कभी तू मेरा निशाना
जिसे पा सका न ज़ाहिद जिसे छू सका न सूफ़ी
वही तीर छेड़ता है मेरा सोज़-ए-शायराना