% jigar04.s isongs output
\stitle{mujhe de rahe.n hai.n tasalliyaa.N, wo har ek taazaa payaam se}
\lyrics{Jigar Moradabadi}
\singers{Jigar Moradabadi}
मुझे दे रहें हैं तसल्लियाँ, वो हर एक ताज़ा पयाम से
कभी आके मंज़र-ए-आम पर, कभी हट के मंज़र-ए-आम से
न ग़रज़ किसी से न वास्ता, मुझे काम अपने ही काम से
तेरे ज़िक्र से, तेरी फ़िक्र से, तेरी याद से, तेरे नाम से
मेरे साक़िया, मेरे साक़िया, तुझे मरहबा, तुझे मरहबा
तू पिलाए जा, तू पिलाए जा, इसी चश्म-ए-जाम ब जाम से
तेरी सुभ-ओ-ऐश है क्या बला, तुझे अए फ़लक जो हो हौसला
कभी करले आके मुक़ाबिला, ग़म-ए-हिज्र-ए-यार की शाम से