% kafeel01.s isongs output
\stitle{baat nikalegii to phir duur talak jayegii}
\lyrics{Kafeel Aazer}
\singers{Kafeel Aazer}
बात निकलेगी तो फिर दूर तलक जायेगी
लोग बेवजह उदासी का सबब पूछेंगे
ये भी पूछे.गे कि तुम इतनी परेशाँ क्यूँ हो
उंगलियाँ उठेंगी सुखे हुये बालों की तरफ़
इक नज़र देखेंगे गुज़रे हुये सालों की तरफ़
चुड़ियों पर भी कई तन्ज़ किये जायेंगे
काँपते हाथों पे भी फ़िक्रे कसे जायेंगे
लोग ज़ालिम हैं हर इक बात का ताना देंगे
बातों बातों में मेरा ज़िक्र भी ले आयेंगे
उनकी बातों का ज़रा सा भी असर मत लेना
वर्ना चेहरे के तासुर से समझ जायेंगे
चाहे कुछ भी हो सवालात न करना उनसे
मेरे बारे में कोई बात न करना उनसे
बात निकलेगी तो फिर दूर तलक जायेगी