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\stitle{meraa jii hai jab tak terii justajuu hai}
\singers{Khwaja Mir Dard #1}



मेरा जी है जब तक तेरी जुस्तजू है
ज़बान जब तलक है यही गुफ़्तगू है

ख़ुदा जाने क्या होगा अंजाम इस का
मैं बेसबर इतना हूँ वो तुंद ख़ू है

तमन्ना है तेरी अगर है तमन्ना
तेरी आरज़ू है, अगर आरज़ू है

किया सैर हमने गुल्ज़ार-ए-दुनिया
गुल-ए-दोस्ती में अजब रन्ग-ओ-बू है

ग़निमत है ये दीद वा दीद-ए-याराँ
जहाँ मुंद गयी आँख, मैं हूँ न तु है

नज़र मेरे दिल कि पड़ी "दर्द" किस पर
जिधर देखता हूँ वही रू-ब-रू है