ACZoom Home E-mail ITRANS ITRANS Song Book

% majaz07.s isongs output
\stitle{kamaal-e-ishq hai diivaanaa ho gayaa huu.N mai.n}
\singers{Majaz #7}



कमाल-ए-इश्क़ है दीवाना हो गया हूँ मैं
ये किस के हाथ से दामन छुड़ा रहा हूं मैं

%[kamaal-e-ishq = limits of love]

तुम्हीं तो हो जिसे कहती है नाख़ुदा दुनिया
बचा सको तो बचा लो कि डूबता हूँ मैं

%[naaKudaa = boatsman]

ये मेरे इश्क़ की मजबूरियाँ म'अज़-अल्लाह
तुम्हारा राज़ तुम्हीं से छुपा रहा हूँ मैं

%[ma'az-allah = In the protection of God/at the mercy of God]

इस इक हिजाब पे सौ बे-हिजाबियाँ सदक़े
जहाँ से चाहता हूँ तुम्को देखता हूँ मैं

%[hijaab = veil]

बताने वाले वहीं पर बताते हैं मंज़िल
हज़ार बार जहाँ से गुज़र चुका हूँ मैं

कभी ये ज़ोम कि तू मुझसे छुप नहीं सकता
कभी ये वहम कि ख़ुद भी छुपा हुआ हूँ मैं

%[zom = conviction/belief]

मुझे सुने न कोई मस्त-ए-बादा-ए-इशरत
"ंअजज़" टूटे हुये दिल की इक सदा हूँ मैं

%[mast-e-baadaa-e-isharat =  drunk on the wine of 'isharat' (happiness)]