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% makhmoor01.s isongs output
\stitle{bikharate TuuTate lamaho.n ko apanaa ham-safar jaanaa}
\singers{Makhmoor Saeedi #1}



बिखरते टूटते लमहों को अपना हम-सफ़र जाना
था इस राह में आख़िर हमें ख़ुद भी बिखर जाना

हवा के दोश पर बादल के टुकड़े की तरह हम हैं
किसी झोंके से पूचेंगे कि है हम को किधर जाना

%[dosh = shoulder]

मेरे जलते हुए घर की निशानी बस यही होगी
जहाँ इस शहर में रौशनी देखो ठहर जाना

पस-ए-ज़ुल्मत कोई सूरज हमारा मुंतज़िर होगा
इसी एक वहम को हमने चिराग़-ए-रहगुज़र जाना

%[pas-e-zulmat = beyond the darkness; mu.ntazir = waiting]

दयार-ए-ख़ामशी से कोई रह-रह कर बुलाता है
हमें "ंअख्मोओर"एक दिन है इसी आवाज़ पर जाना

%[dayaar-e-Kamashii = house of death]