% meer02.s isongs output
\stitle{ulaTii ho gaii.n sab tadabiire.n, kuchh na davaa ne kaam kiyaa}
\lyrics{Meer Taqi Meer}
\singers{Meer Taqi Meer}
उलटी हो गैइं सब तदबीरेन, कुछ न दवा ने काम किया
देखा इस बीमारी-ए-दिल ने आख़िर काम तमाम किया
अह्द-ए-जवानी रो-रो काटा, पीरी में लीं आँखें मूँद
यानि रात बहोत थे जागे सुबह हुई आराम किया
%[piirii = old age]
नाहक़ हम मजबूरों पर तोहमत है मुख़्तारी की
चाहते हैं सो आप करे हैं, हमको अबस बदनाम किया
%[naahaq = unnecessarily; tohmat = slander/accusation; abas = idle/useless]
सरज़द हम से बे-अदबी तो वहशत में भी कम ही हुई
कोसों उस की ओर गए पर सज्दा हर हर गाम किया
%[sarazad = to do]
ऐसे आहो-एहरम-ख़ुर्दा की वहशत खोनी मुश्किल थी
सिहर किया, इजाज़ किया, जिन लोगों ने तुझ को राम किया
याँ के सपेद-ओ-स्याह में हमको दख़ल जो है सो इतना है
रात को रो-रो सुबह किया, दिन को ज्यों-त्यों शाम किया
'ंइर' के दीन-ओ-मज़हब को अब पूछते क्या हो उन ने तो
क़श्क़ा खींचा, दैर में बैठा, कब का तर्क इस्लाम किया