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% meer07.s isongs output
\stitle{be-Khudii le gaii kahaa.N ham ko}
\lyrics{Meer Taqi Meer}
\singers{Meer Taqi Meer}



बे-ख़ुदी ले गैइ कहाँ हम को
देर से इन्तज़ार है अपना

रोते फिरते हैं सारी-सारी रात
अब यही रोज़गार है अपना

दे के दिल हम जो हो गए मजबूर
इस में क्या इख़्तियार है अपना

कुछ नहीं हम मिसाल-ए-अन्क़ा लेक
शहर-शहर इश्तहार है अपना

%[misaal-e-anqaa = rare/unobtainable]

जिस को तुम आस्मान कहते हो
सो दिलों का ग़ुबार है अपना