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% meer18.s isongs output
\stitle{jo is shor se "Meer" rotaa rahegaa}
\lyrics{Meer Taqi Meer}
\singers{Meer Taqi Meer}



जो इस शोर से 'ंएएर' रोता रहेगा
तो हम-साया काहे को सोता रहेगा

मैं वो रोनेवाला जहाँ से चला हूँ
जिसे अब्र हर साल रोता रहेगा

मुझे काम रोने से हर्दम है नासिह
तू कब तक मेरे मूँह को धोता रहेगा

बसे गिरिया आँखें तेरी क्या नहीं हैं
जहाँ को कहाँ तक डुबोता रहेगा

मेरे दिल ने वो नाला पैदा किया है
जरस के भी जो होश खोता रहेगा

तू यूँ गालियाँ ग़ैर को शौक़ से दे
हमें कुछ कहेगा तो होता रहेगा

बस अए 'ंएएर' मिज़्ह्ग़ाँ से पोंछ आँसुओं को
तू कब तक ये मोती पिरोता रहेगा

%[mizhGaa.N = eyelashes]