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% meer19.s isongs output
\stitle{jo tuu hii sanam ham se bezaar hogaa}
\lyrics{Meer Taqi Meer}
\singers{Meer Taqi Meer}



जो तू ही सनम हम से बेज़ार होगा
तो जीना हमें अपना दुशवार होगा

ग़म-ए-हिज्र रखेगा बेताब दिल को
हमें कुढ़ते-कुढ़ते कुछ आज़ार होगा

जो अफ़्रात-ए-उल्फ़त है ऐसा तो आशिक़
कोई दिन में बरसों का बिमार होगा

उचटती मुलाक़ात कब तक रहेगी
कभू तो तह-ए-दिल से भी यार होगा

%[uchaTati = shallow/superficial]

तुझे देख कर लग गया दिल न जाना
के इस सन्ग्दिल से हमें प्यार होगा