% meraj03.s isongs output
\stitle{charaaG apane thakan kii koii safaa_ii na de}
\lyrics{Meraj Faizabadi}
\singers{Meraj Faizabadi}
% Contributed by Fayaz Razvi
चराग़ अपने थकन की कोई सफ़ाई न दे
वो तीरगी है के अब ख़्वाब तक धिखाई न दे
बहुत सताते हैं रिश्ते जो टूट जाते हैं
ख़ुदा किसी को भी तौफ़ीक़-ए-आशनाई न दे
मैं सारी उम्र अँधेरों में काट सकता हूँ
मेरे दियों को मगर रौशनी पराई न दे
अगर यही तेरी दुनिया का हाल है मालिक
तो मेरी क़ैद भली है मुझे रिहाई न दे
दुआ ये माँगी है सहमे हुए मु'अर्रिक ने
के अब क़लम हो ख़ुदा सुर्ख़ रौश्नाई न दे