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% meraj06.s isongs output
\stitle{sar jo mahafuuz ho.n unake, to ridaa bhii maa.Nge.n}
\lyrics{Meraj Faizabadi}
\singers{Meraj Faizabadi}
% Contributed by Fayaz Razvi



सर जो महफ़ूज़ हों उनके, तो रिदा भी माँगें
हाथ उठाने की सकत हो तो दुआ भी माँगें

अभी ज़ख़्मों की नुमाइश का है इंसान का वजूद
जिस्म को जिस्म बनालें तो क़ाबा भी माँगें

ऐ के तु तीरगी-ए-शब, के हमरी उमीद
कोई दहलीज़ अता कर तो दिया भी माँगें

मौत से भी कोई उमीद नहीं है "ंएरज"
हम जो ज़िंदा हों तो मरने की दुआ भी माँगें