% miraji01.s isongs output
\stitle{tum ne tahariiq mujhe dii ki jaao dekho}
\singers{Miraji #1}
तुम ने तहरीक़ मुझे दी कि जाओ देखो
चाँद तारों से परे और दुनियायेँ हैं
तुम ने ही मुझ से कहा था कि ख़बर ले आओ
मेरे दिल में वहीं जाने की तमनायेँ हैं
%[tahariiq = in writing]
और मैं चल दिया ग़ौर किया कब इस पर
कितना महदूद है इंसान की क़ुव्वत का तिलिस्म
बस यही जी को ख़याल आया तुम्हें ख़ुश कर दूँ
ये न सोचा कि यूँ मिट जायेगा राहत का तिलिस्म
%[Gaur karanaa = pay attention to; mahaduud = limited]
%[quvvat = strength; tilism = magic; raahat = comfort/ease]
और अब हम-दमी-ओ-इश्रत-ए-रफ़्ता कैसे
आह अब दूरी है दूरी है फ़क़त दूरी है
तुम कहीं और मैं कहीं अब नहीं पहली हालत
लौट के आ भी नहीं सकता ये है मजबूरी
%[ham-damii = friendship; ishrat-e-raftaa = past joys; faqat = merely]
मेरी क़िस्मत कि जुदाई तुम्हें मंज़ूर हुई
मेरी क़िस्मत कि पसंद आई न मेरी बातें
अब नहीं जल्वागह-ए-ख़िलवत-ए-शब अफ़्साने
अब तो बस तीरा-ओ-तारीक है अपनी रातें
%[jalvaagah-e-Kilavat-e-shab afsaane = tales of her beauty in the solitude of the evenings]
%[tiiraa-o-taariik = extremely dark]