% mullah01.s isongs output
\stitle{jaan-e-afasaanaa yahii kuchh bhii ho afasaane kaa naam}
\singers{Anand Narain Mullah #1}
जान-ए-अफ़साना यही कुछ भी हो अफ़साने का नाम
ज़िंदगी है दिल की धड़कन तेज़ हो जाने का नाम
क़तरा क़तरा ज़िंदगी के ज़हर का पीना है ग़म
और ख़ुशी है दो घड़ी पी कर बहक जाने का नाम
इंतज़ार-ए-फ़स्ल-ए-गुल में खो चुके आँखों का नूर
और बहार-ए-बाग़ लेती ही नहीं आने का नाम
ताब-ए-नाकामी नहीं तो आरज़ू करता है क्या
आरज़ू है मौज के साहिल से टकराने का नाम
%[taab-e-naakaamii = the strength to bear failure]
आज तू कल कोई और होगा सदर-ए-बज़्म-ए-मय
साक़िया तुझ से नहीं हम से है मैख़ाने का नाम
%[sadar-e-bazm-e-may = head of the gathering of wine-drinkers]
वाक़िफ़-ए-"ंउल्लह" न थी बज़्म-ए-ख़िरद, ये तय हुआ
हो न हो, ये है किसी मशहूर दीवाने का नाम
%[vaaqif = acquainted with; bazm-e-Kirad = gathering of intelligent people]