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% mumtazmirza01.s isongs output
\stitle{tum ko ham dil me.n basaa le.nge tum aao to sahii}
\lyrics{Mumtaz Mirza}
\singers{Mumtaz Mirza}
% Contributed by Fayaz Razvi



तुम को हम दिल में बसा लेंगे तुम आओ तो सही
सारी दुनिया से छुपा लेंगे तुम आओ तो सही

एक वादा करो अब हम से न भिछड़ोगे कभी
नाज़ हम सारे उठा लेंगे तुम आओ तो सही

बेवफ़ा भी हो सितमगर भी जफ़ा पेशा भी
हम ख़ुदा तुम को बना लेंगे तुम आओ तो सही

यूँ तो जिस सिम्त नज़र उठती है तारीकी है
प्यार के दीप जला लेंगे तुम आओ तो सही

इख़्तलाफ़ात भी मिट जाएंगे रफ़्ता रफ़्ता
जिस तरह होगा निभा लेंगे तुम आओ तो सही

दिल की वीरानी से घबराके न मूँह को मोड़ो
बज़्म ये फिर से सजा लेंगे तुम आओ तो सही

राह तारीक़ है और दूर है मंज़िल लेकिन
दर्द की शमएँ जला लेंगे तुम आओ तो सही