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% mzaidi02.s isongs output
\stitle{vo ahad ahad hii kyaa jise nibhaao bhii}
\singers{Mustafa Zaidi #2}



वो अहद अहद ही क्या जिसे निभाओ भी
हमारे वादा-ए-उल्फ़त को भूल जाओ भी

%[ahad = promise]

भला कहाँ के हम ऐसे गुमान-वाले हैं
हज़ार बार हम आयें हमें बुलाओ भी

%[gumaan-vaale = suspicious people]

बिगड़ चला है बहुत रस्म-ए-ख़ुद-कुशी का चलन
डराने वालो किसी रोज़ कर दिखाओ भी

तुम्हारी नींद में डूबी हुई आँखों की क़सम
हमें ये ज़िद है कि जागो भी और जगाओ भी