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% mzaidi06.s isongs output
\stitle{ko_ii ham-nafas nahii.n hai ko_ii raazadaa.N nahii.n hai}
\singers{Mustafa Zaidi #1}
% Additions by Fayaz Razvi



कोई हम-नफ़स नहीं है कोई राज़दाँ नहीं है
फ़क़त इक दिल था अपना सो वो मेहरबाँ नहीं है

किसी और ग़म में इतनी ख़लिश-ए-निहाँ नहीं है
ग़म-ए-दिल मेरा रफ़ीक़ो ग़म-ए-रैगाँ नहीं है

मेरी रूह की हक़ीक़त मेरे आँसूओं से पूछो
मेरा मजलिसी तबस्सुम मेरा तरजुमाँ नहीं है

किसी आँख को सदा दो किसी ज़ुल्फ़ को पुकारो
बड़ी धूप पड़ रही है कोई सायेबाँ नहीं है

इंहीं पत्थरों पे चल कर अगर आ सको तो आओ
मेरे घर के रास्ते में कोई कहकशाँ नहीं है