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\stitle{apanii aa.Nkho.n ke samu.ndar me.n utar jaane de}
\lyrics{Nazeer Baqri}
\singers{Nazeer Baqri}



अपनी आँखों के समुंदर में उतर जाने दे
तेरा मुजरिम हूँ मुझे डूब के मर जाने दे

ऐ नये दोस्त मैं समझूँगा तुझे भी अपना
पहले माज़ी का कोई ज़ख़्म तो भर जाने दे

आग दुनिया की लगैइ हुई भुज जाएगी
कोई आँसू मेरे दामन पे बिखर जाने दे

ज़ख़्म कितने तेरी चाहत से मिले हैं मुझको
सोचता हूँ कि कहूँ तुझसे मगर जाने दे