% nbijnauri01.s isongs output
\stitle{dil ke seharaa me.n ko_ii aas kaa juganuu bhii nahii.n}
\singers{Noor Bijnauri}
दिल के सेहरा में कोई आस का जुगनू भी नहीं
इतना रोया हूँ कि अब आँख में आँसू भी नहीं
क़ासा-ए-दर्द लिये फिरती है गुलशन की हवा
मेरे दामन में तेरे प्यार की ख़ुश्बू भी नहीं
%[qaasaa = begging bowl]
छिन गया मेरी निगाहों से भी एहसास-ए-जमाल
तेरी तस्वीर में पहला सा वो जदू भी नहीं
%[ehasaas-e-jamaal = feeling of beauty]
मौज दर मौज तेरे ग़म की शफ़क़ खिलती है
मुझे इस सिल-सिला-ए-रंग पे क़ाबू भी नहीं
%[shafaq = rainbow; qaabuu = control]
दिल वो कम-बख़्त कि धढ़के ही चला जाता है
ये अलग बात कि तू ज़ीनत-ए-पहलू भी नहीं
%[kam-baKt = unlucky/unfortunate]
ये अजब रहगुज़र है कि चट्टानें तो बहुत
और सहारे को तेरी याद के बाजू भी नहीं