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% nida16.s isongs output
\stitle{zahaanato.n ko kahaa.N karb se faraar milaa}
\lyrics{Nida Fazli}
\singers{Nida Fazli}



ज़हानतों को कहाँ कर्ब से फ़रार मिला
जिसे निगाह मिली उसको इन्तज़ार मिला

%[zahaanato.n = intelligence; karb = sorrow]

वो कोई राह का पत्थर हो या हसीं मंज़र
जहाँ से रास्ता ठहरा वहीं मज़ार मिला

कोई पुकार रहा था खुली फ़िज़ाओं से
नज़र उठाई तो चारो तरफ़ हिसार मिला

%[hisaar = fort]

हर एक साँस न जाने थी जुस्तजू किसकी
हर एक दयार मुसाफ़िर को बेदयार मिला

%[dayaar = courtyard]

ये शहर है कि नुमाइश लगी हुई है कोई
जो आदमी भी मिला बनके इश्तहार मिला