% parvin02.s isongs output
\stitle{wo to Khushbuu hai, hawaao.n me.n bikhar jaaegaa}
\lyrics{Parveen Shakir}
\singers{Parveen Shakir}
% Contributed By: Umang Bali
वो तो ख़ुश्बू है, हवाओं में बिखर जाएगा
मसला फूल क है, फूल किधर जाएगा
हम तो सम्झे थे के एक ज़ख़्म है, भर जाएगा
क्या ख़बर थी के रग-ए-जाँ में उतर जाएगा
वो हवाओं की तरह ख़ाना-बजाँ फिरता है
एक झोंका है जो आएगा, गुज़र जाएगा
वो जब आएगा तो फिर उस की रफ़ाक़त के लिये
मौसम-ए-गुल मेरे आँगन में ठहर जाएगा
आख़िरश वो भी कहीं रेत पे बैठी होगी
तेरा ये प्यार भी दरिया है उतर जाएगा