% parvin03.s isongs output
\stitle{apanii rusawaaii tere naam ka charchaa dekhuu.N}
\lyrics{Parveen Shakir}
\singers{Parveen Shakir}
% Contributed By: Umang Bali
अपनी रुसवाई तेरे नाम क चर्चा देखूँ
एक ज़रा शेर कहूँ और मैं क्या क्या देखूँ
नींद आ जाये तो क्या महफ़िलें बर्पा देखूँ
आँख खुल जाये तो तंहाई का सहर देखूँ
शाम भी हो गैइ, धुंधला गैइ आँखें भी मेरी
भूलनेवाले मैं कब तक तेरा रस्ता देखूँ
सब ज़िदें उस की मैं पूरी करूँ, हर बात सुनूँ
एक बच्चे की तरह से उसे हँस्ता देखूँ
मुझ पे छा जाए वो बरसात की ख़ुश्बू की तरह
अंग अंग अपना उसी रुत में महकता देखूँ
तू मेरी तरह से यक्ता है, मगर मेरे हबिब
जी में आता है कोई और भी तुझ सा देखूँ
मैं ने जिस लम्हे को पूजा है उसे बस एक बार
ख़्वाब बन कर तेरी आँखों में उतरता देखूँ
तू मेरा कुछ नहीं लगता है मगर जान-ए-हयात
जाने क्यों तेरे लिये दिल को धरकता देखूँ