% qamar01.s isongs output
\stitle{sunaa thaa ki vo aaye.Nge a.njuman me.n sunaa thaa ki un se mulaaqaat hogii}
\singers{Qamar Jalabadi}
सुना था कि वो आयेँगे अंजुमन में
सुना था कि उन से मुलाक़ात होगी
हमें क्या पता था हमें क्या ख़बर थी
न ये बात होगी न वो बात होगी
मैं कहता हूँ इस दिल को दिल में बसा लो
वो कहते हैं हमसे निगाहें मिला लो
निगाहों को मालूम क्या दिल्ल की हालत
निगाहों-निगाहों में क्या बात होगी
हमें ख़ींच कर इश्क़ लाया है तेरा
तेरे दर पे हमने लगाया है डेरा
हमें होगा जब तक न दीदार तेरा
यहीं सुबह होगी यहीं रात होगी
मुहब्बत का जब हमने छेड़ा फ़साना
तो गोरे से मुखड़े पे आया पसीना
जो निकले थे घर से तो क्या जानते थे
कि यूँ धूप में आज बरसात होगी