% qateel11.s isongs output
\stitle{zi.ndagii me.n to sabhii pyaar kiyaa karate hai.n}
\lyrics{Qateel Shifai}
\singers{Qateel Shifai}
ज़िंदगी में तो सभी प्यार किया करते हैं
मैं तो मर कर भी मेरी जान तुझे चाहूँगा
तू मिला है तो ये एहसास हुआ है मुझको
ये मेरी उम्र मोहब्बत के लिये थोड़ी है
इक ज़रा सा ग़म-ए-दौराँ का भी हक़ है जिस पर
मैं ने वो साँस भी तेरे लिये रख छोड़ी है
तुझ पे हो जाऊँगा क़ुरबान तुझे चाहूंगा
अपने जज़्बात में नग़्मात रचाने के लिये
मैं ने धड़कन की तरह दिल में बसाया है तुझे
मैं तसव्वुर भी जुदाई का भला कैसे करूँ
मैं ने क़िस्मत की लकीरों से चुराया है तुझे
प्यार का बन के निगेहबान तुझे चाहूंगा
तेरी हर चाप से जलते हैं ख़यालों में चिराग़
जब भी तू आए जगाता हुआ जादू आए
तुझको छू लूँ तो फिर अए जान-ए-तमन्ना मुझको
देर तक अपने बदन से तेरी ख़ुश्बू आए
तू बहारों का है उनवान तुझे चाहूँगा