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% qateel27.s isongs output
\stitle{tuune ye phuul jo zulfo.n me.n lagaa rakhaa hai}
\singers{Qateel Shifai}



तूने ये फूल जो ज़ुल्फ़ों में लगा रखा है
इक दिया है जो अँधेरों में जला रखा है

जीत ले जाये कोई मुझको नसीबों वाला
ज़िंदगी ने मुझे दा ओ पे लगा रखा है

%[daao = at stake]

जाने कब आये कोई दिल में झाँकने वाला
इस लिये मैं ने ग़िरेबाँ को खुला रखा है

इम्तेहाँ और मेरी ज़ब्त का तुम क्या लोगे
मैं ने धड़कन को भी सीने में छुपा रखा है