% rakbarabadi01.s isongs output
\stitle{sunate hai.n ki mil jaatii hai har chiiz duaa se}
\lyrics{Rana Akbarabadi}
\singers{Rana Akbarabadi}
सुनते हैं कि मिल जाती है हर चीज़ दुआ से
एक रोज़ तुम्हें माँग के देखेंगे ख़ुदा से
तुम सामने बैठे हो तो है कैफ़ की बारिश
वो दिन भी थे जब आग बरसती थी घटा से
अए दिल तू उंहें देख कर कुछ ऐसे तड़पना
आ जाए हँसी उन को जो बैठे हैं ख़फ़ा से
दुनिया भी मिली है ग़म-ए-दुनिया भी मिला है
वो क्यूँ नहीं मिलता जिसे माँगा था ख़ुदा से
जब कुछ न मिला हाथ दुआओं को उठाकर
फिर हाथ उठाने ही पड़े, हमको दुआ से
आईने में वो अपनी अदा देख रहे हैं
मर जाए कि जी जाए कोई उनकी बला से