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% sahir11.s isongs output
\stitle{mai.n zi.ndaa huu.N ye mushtahar kiijiye}
\lyrics{Sahir Ludhianvi}
\singers{Sahir Ludhianvi}
% Contributed by Fayaz Razvi



मैं ज़िंदा हूँ ये मुश्तहर कीजिये
मेरे क़ातिलों को ख़बर कीजिये

ज़मीन सख़्त है आसमाँ दूर
बसर हो सके तो बसर कीजिये

सितम के बहुत से हैं रद्द-ए-अमल
ज़रूरी नहीं चश्म-ए-तर कीजिये

वही ज़ुल्म बार-ए-दिगर है तो फिर
वही ज़ुल्म बार-ए-दिगर कीजिये

क़फ़स तोड़ना बाद की बात है
अभी ख़्वाहिश-ए-बाल-ओ-पर कीजिये