% sahir18.s isongs output
\stitle{mohabbat tark kii mai.n ne garebaa.N sii liyaa mai.n ne}
\singers{Sahir Ludhianvi #18}
मोहब्बत तर्क की मैं ने गरेबाँ सी लिया मैं ने
ज़माने अब तो ख़ुश हो ज़हर ये भी पी लिया मैं ने
%[tark = renounce; garebaa.N = dress/clothing]
अभी ज़िंदा हूँ लेकिन सोचता रहता हूँ ख़ल्वत में
कि अब तक किस तमन्ना के सहारे जी लिया मैं ने
%[Kalvat = solitude]
उंहें अपना नहीं सकता मगर इतना भी क्या कम है
कि कुछ मुद्दत हसीं ख़्वाबों में खो कर जी लिया मैं ने
बस अब तो दामन-ए-दिल छोड़ दो बेकार उम्मीदो
बहुत दुख सह लिये मैं ने बहुत दिन जी लिया मैं ने