% sahir26.s isongs output
\stitle{Fankaar}
\singers{Sahir Ludhianvi #26}
%[fanakaar = artiste]
मैं ने जो गीत तेरे प्यार की ख़ातिर लिक्खे
आज उन गीतों को बाज़ार में ले आया हूँ
आज दुकान पे नीलाम उठेगा उन का
तूने जिन गीतों पे रक्खी थी मुहब्बत की असास
आज चाँदी की तराज़ू में तुलेगी हर चीज़
मेरे अफ़कार मेरी शायरी मेरा एहसास
%[asaas = foundation; afakaar = creations (writings)]
जो तेरी ज़ात से मनसूब थे उन गीतों को
मुफ़्लिसी जिन्स बनाने पे उतर आई है
भूक तेरे रुख़-ए-रंगीं के फ़सानों के इवज़
चंद आशिया-ए-ज़रूरत की तमन्नाई है
%[zaat = personality; manasuub = related to; muflisii = poverty]
%[jins = article/things; ivaz = in exchange]
देख इस अर्सागह-ए-मेहनत-ओ-सर्माया में
मेरे नग़्में भी मेरे पास नहीं रह सकते
तेरे जल्वे किसी ज़रदार की मीरास सही
तेरे ख़ाके भी मेरे पास नहीं रह सकते
%[arsaagah-e-mehanat-o-sarmaayaa = in the battlefield of labour and wealth]
%[zaradaar = rich man; miiraas = estate/legacy; Kaake = sketches]
आज उन गीतों को बाज़ार में ले आया हूँ
मैं ने जो गीत तेरे प्यार की ख़ातिर लिक्खे