ACZoom Home | ITRANS | ITRANS Song Book |
% sakhtar01.s isongs output
\stitle{kabhii Khvaabo.n me.n milaa vo to Khayaalo.n me.n kabhii}
\lyrics{Salman Akhtar}
\singers{Salman Akhtar}
कभी ख़्वाबों में मिला वो तो ख़यालों में कभी
राह चलते न मिला दिन के उजाले में कभी
ज़िंदगी हमसे तो इस दर्जा तग़ाफ़ुल न बरत
हम भी शामिल थे तेरे चाहनेवालों में कभी
जिनका हम आज तलक पा न सके कोई जवाब
ख़ुद को ढूँधा किये उन टल्ख़ सवालों में कभी
थोड़ी रुसवाई तुम्हारी भी तो होगी यारो
छप गए शेर हमारे जो रिसालों में कभी