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% sauda02.s isongs output
\stitle{aashiq kii bhii kaTatii hai.n  kyaa Khuub tarah raate.n}
\lyrics{Mohammed Rafi Sauda}
\singers{Mohammed Rafi Sauda}



आशिक़ की भी कटती हैं  क्या ख़ूब तरह रातें
दो चार घड़ी रोना, दो चार घड़ी बातें

मरता हूँ मैं इस दुख से, याद आती हैं वो बातें
क्या दिन वो मुबारक थे, क्या ख़ूब थीं वो रातें

औरों से छुटे दिलबर, दिलदार होवे मेरा
बर हक़ है अगर पीरों, कुछ तुम में करामातें

%[karaamaate.n = miracles]

कल लड़ गईं कूचे में आँखों से मेरी आँखें
कुछ ज़ोर ही आपस में दो दो हुईं समघातें

%[samaghaate.n = thrust and parry]

इस इश्क़ के कूचे में ज़ाहिद तू सम्भल चलना
कुछ पेश न जावेंगी यहाँ तेरी मनजातें

%[manajaate.n = pleas/prayers]

Sऔदा को अगर पूछो अहवाल है ये उसका
दो चार घड़ी रोना, दो चार घड़ी बातें