% sbijnauri01.s isongs output
\stitle{chaa.Ndanii raat me.n chaa.Nd ke saamane}
\singers{Shevan Bijnauri #1}
चाँदनी रात में चाँद के सामने
रुख़ से पर्दा हटाना ग़ज़ब हो गया
चाँदनी छुप गई चाँद शर्मा गया
आप का मुस्कुराना ग़ज़ब हो गया
%[ruK = face]
दिल की धड़कन मेरी तेज़ होने लगी
रात आँखों में काण्टें चुभोने लगी
वस्ल की रात में बात ही बात में
यूँ तेरा रूठ जाना ग़ज़ब हो गया
%[vasl = meeting/union]
झूम कर काली काली घटा जब उठी
रात अपनी तो करवट बदलते कटी
कुछ तो मौसम ने बेचैन रक्खा हमें
कुछ तेरा याद आना ग़ज़ब हो गया
अपने हिस्से में तूफ़ाँ की तक़दीर थी
ज़िन्दगी अपनी मौजों की ज़न्जीर थी
डूब जाने का अपने हमें ग़म न था
उस का साहिल पे आना ग़ज़ब हो गया
%[saahil = shore]