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% seemab02.s isongs output
\stitle{tere qadamo.n pe sar hogaa qazaa sar pe kha.Dii hogii}
\lyrics{Seemab Akbarabadi}
\singers{Seemab Akbarabadi}
% Contributed by Dinesh Shenoy



तेरे क़दमों पे सर होगा क़ज़ा सर पे खड़ी होगी
फिर उस सज्दे का क्या कहना अनोखी बंदगी होगी

नसीम-ए-सुबह गुलशन में गुलों से खेलती होगी
किसी की आखरी हिचकी किसी की दिल्लगी होगी

दिखा दूँगा सर-ए-महफ़िल बता दूँगा सर-ए-महशर
वो मेरे दिल में होंगे और दुनिया देखती होगी

मज़ा आ जायेगा महशर में फिर सुनने-सुनाने का
ज़ुबाँ होगी वहाँ मेरी कहानी आप की होगी

तुम्हें दानिस्ता महफ़िल में जो देखा हो तो मुजरिम
नज़र आख़िर नज़र है बे-इरादा उठ गई होगी