% seemab04.s isongs output
\stitle{Gam mujhe hasarat mujhe vahashat mujhe saudaa mujhe}
\singers{Seemab Akbarabadi #4}
ग़म मुझे हसरत मुझे वहशत मुझे सौदा मुझे
एक दिल देके ख़ुदा ने दे दिया क्या क्या मुझे
है हुसूल-ए-आरज़ू का राज़ तर्क-ए-आरज़ू
मैं ने दुनियाअ छोड़ दी तो मिल गई दुनिया मुझे
%[husuul-e-aarazuu = the completion/fulfilment of desire]
%[tark-e-aarazuu = to discard desire]
कह के सोया हूँ ये अपने इज़्तराब-ए-शौक़ से
जब वो आयेँ क़ब्र पर फ़ौरन जगा देना मुझे
सुबह तक क्या क्या तेरी उम्मीद ने ताने दिये
आ गया था शाम-ए-ग़म एक नींद का झोंका मुझे
ये नमाज़-ए-इश्क़ है कैसा अदब किसका अदब
अपने पाय-ए-नमाज़ पर करने दो सज्दा मुझे
देखते ही देखते दुनिया से मैं उठ जाऊँगा
देखती की देखती रह क्जायेगी दुनिया मुझे