% shahryar06.s isongs output
\stitle{ye kyaa jagah hai dosto.n, ye kaun saa dayaar hai}
\lyrics{Shahryar}
\singers{Shahryar}
ये क्या जगह है दोस्तों, ये कौन सा दयार है
हद-ए-निगाह तक जहाँ गुबार ही गुबार है
ये किस मुकाम पर हयात, मुझको लेके आ गैइ
न बस ख़ुशी पे जहाँ, न ग़म पे इख़्तियार है
तमाम उम्र का हिसाब माँगती है ज़िंदगी
ये मेरा दिल कहे तो क्या, ये ख़ुद से शर्मसार है
बुला रहा क्या कोई चिलमनों के उस तरफ़
मेरे लिये भी क्या कोई उदास बेक़रार है
न जिसकी शकल है कोई, न जिसका नाम है कोई
इक ऐसी शै का क्यों हमें अज़ल से इन्तज़ार है