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% shakil05.s isongs output
\stitle{duur hai manzil raahe.n mushkil aalam hai tanhaaii kaa}
\singers{Shakeel Badayuni #5}



दूर है मन्ज़िल राहें मुश्किल आलम है तनहाई का
आज मुझे एहसास हुआ है अपनि शिकस्तापाई का

%[shikastaah_paaii = infirmity of the feet]

देख के मुझ को दुनियाअ वाले कहने लगे हैं दीवाना
आज वहाँ है इश्क़ जहाँ कुछ ख़ौफ़ नहीं रुसवाई का

छोड़ दें रस्म-ए-ख़ुद्निगरी को तोड़ दें अपना ईमाँ
ख़त्म किये देता है ज़ालिम रूप तेरी अंगड़ाई का

 णोते: Pएएनज़ ंअसनि सिन्स्ग थिस अस:
छोड़ दे रस्म-ए-ख़ुद्निगरी को छोड़ दे अपना हाथ यहाँ
ख़ाक किये देता है ज़ालिम रूप तेरी अंगड़ाई का

मैं ने ज़िया हुस्न को बख़्शी उस का तो कोई ज़िक्र नहीं
लेकिन घर घर में चर्चा है आज तेरी रानाई का

%[ziyaaye.n = splendour, brilliance; raanaaii = radiance]

अहल-ए-हवस अब घबराते हैं डूब के बेहर-ए-ग़म में "षकेएल"
पहले न था बेचारों को अंदाज़ा गेहराई का

%[havas = desire; behar = sea, gulf, bay]