ACZoom Home | ITRANS | ITRANS Song Book |
% shanti01.s isongs output
\stitle{jab namaaz-e-muhabbat adaa kiijiye}
\singers{Shanti Saba}
जब नमाज़-ए-मुहब्बत अदा कीजिये
ग़ैर को भी शरीक-ए-दुआ कीजिये
आँख वाले निगाहें चुराते हैं
आईना क्यूँ न हो सामना कीजिये
आँख में अश्क-ए-ग़म आ भी जायें तो क्या
चंद क़त्रे तो हैं, पी लिया कीजिये
आप का घर सदा जगमगाता रहे
राह में भी दिया रख दिया कीजिये
ज़ेर-ए-पा हैं समंदर की गहराईयाँ
अब तो साहिल पे भी तजुर्बा कीजिये