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% shanti02.s isongs output
\stitle{us ko aanaa hai aur be-naqaab aayegaa}
\singers{Shanti Saba}
% Contributed by Fayaz Razvi



उस को आना है और बे-नक़ाब आयेगा
जब तमन्ना पे मेरे शबाब आयेगा

ज़ुल्मतों के पुजारी कहाँ जायेंगे
जब चमकता हुआ आफ़ताब आयेगा

आज कल मुझसे वो बात करता नहीं
और अब क्या ज़माना ख़राब आयेगा

रंद लायेगा जब ख़ून मज़लूम का
वो ज़माना भी जळी जनाब आयेगा

मालिक-ए-मैकदा रिंद हो जायेंगे
मैकदे में नया इंक़लाब आयेगा

साथ उस के सिवा कोई देगा नहीं
जब "Sअब" का ज़माना ख़राब आयेगा