ACZoom Home E-mail ITRANS ITRANS Song Book

% shehzad06.s isongs output
\stitle{ab na vo shor na vo shor machaane vaale}
\singers{Shehzad Ahmed #6}



अब न वो शोर न वो शोर मचाने वाले
ख़ाक से बैठ गये ख़ाक उड़ाने वाले

ये अलग बात मयस्सर लब-ए-गोया न हुआ
दिल में वो धूम कि सुनते हैं ज़माने वाले

दिल सा वहशी कभी क़ाबू में न आया यारो.म
हार कर बैठ गये जाल बिछाने वाले

तेरी क़ुर्बत में गुज़ारे हुये कुछ लम्हे हैं
दिल को तनहाई का एहसास दिलाने वाले