% shirani03.s isongs output
\stitle{vo kahate hai.n ra.njish kii baate.n bhulaa de.n}
\lyrics{Akhtar Shirani}
\singers{Akhtar Shirani}
वो कहते हैं रंजिश की बातें भुला दें
मुहब्बत करें ख़ुश रहें मुस्कुरा दें
जवानी हो गर जाविदाँनी तो या रब
तेरी सादा दुनिया को जन्नत बना दें
शब-ए-वस्ल की बेख़ुदी चा रही है
कहो तो सितारों की शमएँ बुझा दें
तुम अफ़्साना-ए-क़ैस क्या पूछते हो
इधर आओ हम तुमको लैला बना दें
बहारें सिमट आएँ खिल जाएँ कलियाँ
जो हम तुम चमन में कभी मुस्कुरा दें
वो आएँगे आज ऐ बहार-ए-मुहब्बत
सितारों के बिस्तर में कलियाँ बिछदे