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% tabassum06.s isongs output
\stitle{kuchh aur gum-raahii-e-dil kaa raaz kyaa hogaa}
\singers{Sufi Ghulam Mustafa Tabassum #6}
कुछ और गुम-राही-ए-दिल का राज़ क्या होगा
इक अजनबी था कहीं राह में खो गया होगा
%[gum-raahii-e-dil = lost heart]
इसी ख़याल से रातें उजड़ गईं अपनी
कोई हमारी भी हालत को देखता होगा
तुम्हारे दिल में कहाँ मेरी याद का परतौ
वो एक हल्का सा बादल था छँट गया होगा
%[paratau = shadow]
वो जिन की रात तुम्हारे ही दम से रौशन थी
जो तुम वहाँ से गये होगे क्या हुआ होगा