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% tashna03.s isongs output
\stitle{vo ke har ahad-e-muhabbat se mukarataa jaaye}
\lyrics{Alam Tab 'Tashna'}
\singers{Alam Tab Tashna}
% Contributed by Dinesh Shenoy



वो के हर अहद-ए-मुहब्बत से मुकरता जाये
दिल वो ज़ालिम के उसी शख़्स पे मरता जाये

मेरे पहलू में वो आया भी तो ख़ुश्बू की तरह
मैं उसे जितना समेटूँ वो बिखरता जाये

क्यों न हुम उसको दिल-ओ-जाँ से चाहें "टश्न"
वो जो एक दुश्मन-ए-जाँ प्यार भी करता जाये