ACZoom Home E-mail ITRANS ITRANS Song Book

% wajida02.s isongs output
\stitle{ye bhii kyaa ehasaan kam hai.n dekhiye na aap kaa}
\lyrics{Wajida Tabassum}
\singers{Wajida Tabassum}



ये भी क्या एहसान कम हैं देखिये न आप का
हो रहा है है हर तरफ़ चर्चा हमारा आप का

चाँद में तो दाग़ है पर आप में वो भी नहीं
चौधवी के चाँद से बड़कर है चेहर आप का

इश्क़ में ऐसे भी हम डूबे हुए हैं आप के
अपने चेहरे पे सदा होता हैं धोका आप का

चाँद सूरज धूप सुबह कह्क़शाँ तारे शमा
हर उजाले ने चुराया है उजाला आप का