% wali03.s isongs output
\stitle{yaad karanaa har gha.Dii us yaar kaa}
\lyrics{Wali Mohammed Wali}
\singers{Wali Mohammed Wali}
याद करना हर घड़ी उस यार का
है वज़िफ़ा मुझ दिल-ए-बिमार का
आरज़ू-ए-चश्मा-ए-कौसर नहीं
तिश्ना-लब हूँ शर्बत-ए-दिदार का
आकबत क्या होवेगा मालूम नहीं
दिल हुआ है मुब्तिला दिळार का
क्या कहे तरिफ़ दिल है बेनज़िर
हर्फ़ हर्फ़ उस मख़्ज़न-ए-इस्रार का
गर हुआ है तालिब-ए-आज़ादगी
बंद मत हो सुब्बा-ओ-ज़ुन्नार का
मस्नद-ए-गुल मंज़िल-ए-शबनम हुई
देख रुत्बा दीदा-ए-बेदार क
अए 'Wअलि' होना स्रिजन पर निसार
मुद्दअ है चश्म-ए-गौहर बार का