% wasi01.s isongs output
\stitle{dayaar-e-Gair me.n kaise tujhe sadaa dete}
\singers{Wasi Shah #1}
दयार-ए-ग़ैर में कैसे तुझे सदा देते
तू मिल भी जाता तो तुझे गँवा देते
%[dayaar-e-Gair = alien/unknown place; ga.Nvaa denaa = to lose]
तुम्हीं ने हम को सुनाया न अपना दुख वरना
दुआ वो करते के हम आसमान हिला देते
हमें ये ज़ोम रहा अब के वो पुकारेंगे
उंहें ये ज़िद थी के हर बार हम सदा देते
%[zom = illusion]
वो तेरा ग़म था के तासीर मेरे लहजे की
के जिस को हाल सुनाते उसे रुला देते
%[taasiir = effect; lahajaa = style]
तुम्हें भुलाना ही अव्वल तो दस्तारस में नहीं
जो इख़्तियार भी होता तो क्या भुला देते
%[avval = firstly; dastaaras = within reach; iKtiyaar = control]
तुम्हारी याद ने कोई जवाब ही न दिया
मेरे ख़याल के आँसू रहे सदा देते
सम'तों को मैं ता-उम्र कोसता "Sयेद"
वो कुछ न कहते मगर होंठ तो हिला देते
%[sama'to.n = hearing power; taa-umr = life long; kosanaa = blame]