ACZoom Home | ITRANS | ITRANS Song Book |
% zafar06.s isongs output
\stitle{the kal jo apane ghar me.n vo mahamaa.N kahaa.N hai.n}
\singers{Bahadur Shah Zafar}
% Contributed by:
थे कल जो अपने घर में वो महमाँ कहाँ हैं
जो खो गए हैं या रब, वो औसाँ कहाँ हैं
आँखों में रोते रोते नम भी नहीं अब तो
थे मौजज़न जो पहले वो तूफ़ाँ कहाँ हैं
कुछ और ढब अब तो हमें लोग देखते हैं
पहले जो ऐ "ज़फ़र" थे, वो इन्साँ कहाँ हैण