ACZoom Home E-mail ITRANS ITRANS Song Book

% zgorakhpuri05.s isongs output
\stitle{hameshaa hai vasl-e-judaa_ii kaa dha.ndhaa}
\singers{Zafar Gorakhpuri #5}



हमेशा है वस्ल-ए-जुदाई का धंधा
बुतों की है उल्फ़त ख़ुदाई का धंधा

अगर बैठें रिंदों की सोहबत में ज़ाहिद
तो दें छोड़ सब पारसाई का धंधा

जो होना है आख़िर वो होकर रहेगा
करे कौन बख़्त-आज़माई का धंधा

परेशाँ रही उम्र भर पर न छोड़ा
तेरी ज़ुल्फ़ ने कज-अदाई का धंधा

मुबारक रईसों को कार-ए-रियासत
गदा को है काफ़ी गदाई का धंधा

नहीं ख़िज़्र के पीछे गर और झगड़े
तो है साथ इक रहनुमाई का धंधा

"ज़फ़र" इस से बहतर है ना-आशनाई
कि मुश्किल है ये आशनाई का धंधा