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% ziqbal01.s isongs output
\stitle{nahii.n ki milane milaane kaa sil-silaa rakhanaa}
\singers{Zafar Iqbal #1}



नहीं कि मिलने मिलाने का सिल-सिला रखना
किसी भी सतह पे कोई तो राब्ता रखना

%[satah = level; raabtaa = relationship]

मदद की तुम से तवक़्क़ो तो ख़ैर क्या होगी
ग़रीब-ए-शहर-ए-सितम हूँ मेरा पता रखना

%[madad = help; tavaqqo = expectation]

मरेंगे और हमारे सिवा भी तुम पे बहुत
ये जुर्म है तो फिर इस जुर्म की सज़ा रखना

नये सफ़र पे रवाना हुआ है अज़-सर-ए-नौ
जब आऊँगा तो मेरा नाम भी नया रखना

%[az-sar-e-nau = a fresh start]

हिसार-ए-शौक़ उठाना "ज़फ़र" ज़रूर मगर
किसी तरफ़ से निकलने का रास्ता रखना

%[hisaar-e-shauq = bonds of desire]